नल जल योजना में धांधली:14 ठेकेदार काम छोड़कर भागे

बैतूल – पीएचई विभाग ने नल-जल योजना के कामों में गड़बड़ी के बाद 14 ठेकेदारों के खिलाफ रिकवरी की कार्रवाई करते हुए 81 लाख रूपए की वसूली की है। वहीं 41 ठेकेदारों के वर्क ऑर्डर निरस्त कर दिए गए हैं। जबकि 2 ठेकेदारों को ब्लैक लिस्टेड कर दिया गया है।

जिले में 500 नल-जल योजनाओं का काम हुआ पूरा

जिले में कुल 1 हजार 96 नल-जल योजनाएं स्वीकृत की गई है। जिनमें से करीब 500 नल-जल योजनाओं का काम पूरा हो चुका है। इसके अलावा 250 योजनाओं पर जल विकास निगम काम कर रहा है। वहीं 325 योजनाओं में पीएचई और जल निगम द्वारा काम किया जा रहा है। पीएचई विभाग द्वारा करीब 420 नल-जल योजनाओं को सर्टीफाइड किए जाने का अनुमान है। जिले में 390 नल-जल योजनाओं के जरिए घर-घर पेयजल उपलब्ध किया जा रहा है। पीएचई के ईई आरएल सेकवार ने बताया की जिले भर में चल रही नल-जल योजना के कामों में गड़बड़ी की शिकायते मिल रही है। वहीं कई ठेकेदारों द्वारा अभी तक काम शुरू नहीं किया गया है। विभाग ने बढ़ती शिकायतों के मद्देनजर 41 नल- जल योजनाओं के वर्क ऑर्डर निरस्त किए हैं। इन कार्यों के दोबारा टेंडर लगा दिए गए हैं।

अधूरा काम छोड़कर भागे 14 ठेकेदार

जिले में नल-जल योजना का काम शुरू होने के बाद इसमें गुणवत्ताहीन कामों की लगातार शिकायतें सामने आ रही है। ग्रामीणों ने निर्माण कार्यों में धांधली के आरोप लगाए थे। जिसके बाद विभाग ने समय सीमा में काम नहीं करने वाले और अधूरा काम छोड़ने वाले ठेकेदारों के विरूद्ध रिकवरी निकालने के आदेश दिए थे। विगत 2 सालों में 14 ठेकेदारों की अमानत राशि राजसात की गई है।